The Gorakhpur Realestate & Investment Solution http://www.gorakhpurproperties.com/blog/ Latest Products Wed, 11 Dec 2024 23:55:21 +0530 en-us http://www.gorakhpurproperties.com प्रॉपर्टी-बाज़ार को बनाइये अपने निवेश का आधार http://www.gorakhpurproperties.com/blog/प्रॉपर्टी-बाज़ार-को-बनाइये-अपने-निवेश-_6755.htm Sun, 13 May 2018 21:22:10 +0530 यदि आप के पास आमदनी का कोई भी स्रोत्र है तो आपके लिए बचत या निवेश का भी कोई ना कोई सुरक्षित स्थान अवश्य होना चाहिए. आज के दौर में निवेश के लिए शेयर बाज़ार, म्यूच्यूअल फण्ड, फिक्स-डिपोजिट और गोल्ड जैसे अनेकों विकल्प मौजूद हैं. इन तमाम विकल्पों के अलावा निवेश के लिए रियल-इस्टेट भी एक चुनिन्दा विकल्प के रूप में उपलब्ध है. कहीं भी निवेश करते समय जोखिम के साथ साथ सबसे महत्वपूर्ण पहलू जिसको हम लोग देखना चाहते हैं वो होता है -रिटर्न. और यदि रिटर्न के लिहाज से देखा जाए तो ज़मीन की खरीदारी में अपने पैसों को लगाना सबसे ज्यादा सुरक्षित और फायदेमंद साबित हो सकता है. जी हाँ, भविष्य के लिए आपको कहीं पर चाहे एकमुश्त पैसा लगाना हो अथवा छोटी छोटी बचत कर के कहीं पर अपना आशियाना बनाना हो तो निश्चित ही रीयल इस्टेट का क्षेत्र आपके लिए बेमिसाल रहेगा. ज़मीन में निवेश की प्रमुख खासियत ये होती है की ज़मीनों का कभी भी मूल्यह्रास नहीं होता, इनकी कीमतें वक़्त के साथ बढ़ती ही बढ़ती हैं. वर्तमान में सबसे अच्छी बात तो यह है कि यदि आपके पास एकसाथ ढेर सारा पैसा नहीं है तो भी आप अपने लिए संपत्ति बना सकते है. आजकल बहुत सारी कम्पनियाँ ऐसी हैं जो बाज़ार में आसान सी किश्तों पर बिना ब्याज के ही जमीन मुहैया करा रही हैं. अपनी आमदनी, बजट और बचत के अनुसार किश्तों को निर्धारित करके आप सुविधापूर्वक खुद के लिए जायदाद की आधारशिला रख सकते हैं. आपको पता भी नहीं चलेगा कि धीरे धीरे अपनी किश्तों को जमा करते हुए कब आप अपनी जमीन के मालिक बन गए. यहाँ पर ध्यान देने वाली बात सिर्फ ये होती है कि जमीन और कंपनी की विश्वसनीयता क्या है!!! अन्यथा कई बार कम लागत और ज्यादा मुनाफा के चक्कर में लोग धोखा भी खा जाते हैं. परन्तु अगर कंपनी हर तरीके से प्रमाणित है और उसके द्वारा दिए जाने वाले ज़मीनों का ब्यौरा सारी जाँच-पड़ताल में सही सिद्ध होता तो ऐसी जगहों पर निवेश करने में देरी नहीं करनी चाहिए. कहा भी जाता है की संपत्ति सिर्फ जायदा कमाने से नहीं बनती बल्कि जायदा बचाने से भी बनती है | अगर बचत करके सही जगह पर निरंतर निवेश किया जाय तो कम पैसे से भी जायदा संपत्ति बनायी जा सकती है. रियल एस्टेट में पैसा डालना आपके लिए हर तरह से फायदेमंद ही रहता है. जब आप अपनी संपत्ति बना लेते हैं तो उसका इस्तेमाल करके आप अतिरिक्त कमाई भी कर सकते हैं. चाहें तो उसे किराये पर दे सकते हैं या चाहें तो जरूरत पड़ने पर बैंक से लोन भी ले सकते हैं, या चाहें तो भविष्य में बढ़ी हुई कीमतों पर बेच भी सकते हैं. जमीन की रीसेल वैल्यू अन्य किसी भी वस्तु की तुलना में हमेशा ही अधिक रहती है, इसलिए प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करना कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं हो सकता है.   ऐसा नहीं है कि रियल एस्टेट के क्षेत्र में कोई जोखिम नहीं है ; परन्तु यदि अच्छी सलाह और सुनियोजित तरीके से धैर्यपूर्वक आप इसमें इन्वेस्टमेंट का प्लान करते हैं तो यकीन मानिए कि प्रॉपर्टी इन्वेस्टमेंट आपके पोर्टफोलियो की पहली पसंद बन जायेगी.  गोरखपुर में कहाँ निवेश करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है http://www.gorakhpurproperties.com/blog/गोरखपुर-में-कहाँ-निवेश-करना-आपके-लिए-फ_6799.htm Thu, 06 Sep 2018 09:26:21 +0530 मेरे एक मित्र पाण्डेयजी ने मेडिकल कोलेज के पीछे सन 2008 में एक जमीन लिया था. उस समय उसकी कीमत 7 लाख के करीब थी. आज दस सालों बाद उसी जमीन की कीमत लगभग 18 से 20 लाख हो गई है. हालांकि मार्केट की मौजूदा हालत देखते हुए यह सुनने में अविश्वसनीय सा प्रतीत होता है, परन्तु यह बिलकुल सच है. अब आप सोच रहे होंगे कि आपको भी ऐसा ही कुछ क्यों नहीं मिलता? मिलेगा, जरूर मिलेगा. परन्तु पाण्डेयजी की तरह आपको भी धैर्य और विश्वास रखना पड़ेगा. पाण्डेयजी ने जब वो जमीन खरीदी थी तब वहाँ खेत के सिवा कुछ भी नहीं था. वहाँ पहुँचने के लिए कोई पक्का रास्ता भी नहीं था, न बिजली पानी की व्यस्था और न ही आस पास में कोई घर. उस समय का दृश्य देखकर अमूमन कोई भी यही पूछ सकता था कि यहाँ भी जमीन लेने लायक है क्या? लेकिन धीरे धीरे उस जमीन के आस पास की जगहों का विकास होता गया और आज वहाँ एक घनी आबादी रहने लगी है. जैसे जैसे वहाँ आबादी बढ़ती गई वहाँ सड़क, बिजली, पानी, नाली इत्यादि की सुविधाएँ मिलने लगीं. और इस तरह से पाण्डेयजी के जमीन की कीमत में भी अच्छा खासा इजाफा होने लगा. आज पाण्डेयजी अपने उस निवेश के बारे में गर्व से चर्चा करते हुए फूले नहीं समाते हैं. अब सवाल ये उठता है कि क्या गोरखपुर में आज ऐसी कोई जगह है क्या जहाँ कम पैसे निवेश करके कुछ ही वर्षों में बेहतर मुनाफा कमाया जा सके? इस सवाल का जवाब ढूँढने के लिए आपको शहर से थोड़ा सा दूर चलना पड़ेगा. और अगर हम गोरखपुर रेलवे स्टेशन को केंद्र मानें तो कम से कम 10 से 15 किलोमीटर का दायरा छूना पड़ेगा. शहरीकरण का प्रसार जिस रफ्तार से गोरखपुर में हो रहा है उसके अनुसार आने वाले कुछ सालों में 15 किलोमीटर का परिक्षेत्र शहर की याजनाओं से अछूता नहीं रहेगा. इतनी दूरी का शहरीकरण तो लगभग निश्चित है. बाहर के शहरों को जोड़ने वाले जितने भी रिंग रोड प्रस्तावित हैं वो इतने दायरे में आ जाते हैं. विकास प्राधिकरण और नगर निगम जैसे जसे अपनी सीमाओं का विस्तार करेंगे शहर के सीमावर्ती इलाकों में वैसे वैसे सुविधाएँ भी बढ़ने लगेंगी. किसी भी दिशा में चाहे वो महाराजगंज को जाने वाली गुलहरिया होते हुए मेडिकल कॉलेज रोड हो, पादरी बाज़ार होते हुए पिपराइच रोड हो, कुशीनगर को जोड़ने वाली नन्दा-नगर के रास्ते कुस्मी रोड हो, देवरिया को जाने वाली इंजीनियरिंग कॉलेज रोड हो, तारामंडल से जुड़ी देवरिया बाई पास पर सिकटौर का क्षेत्र हो, इनमें से कहीं पर भी आप अपनी पसंद, सुविधा और बजट के अनुसार किसी भी क्षेत्र में निवेश कर सकते हैं. इन क्षेत्रों में तो बहुत सारी रीयल इस्टेट कम्पनियाँ काम भी कर रही हैं. बजट के लिहाज से देखा जाए तो सबसे सस्ती ज़मीनें (मात्र 200-250/- प्रति स्क्वायर फुट) गोरखपुर-वाराणसी राज्यमार्ग पर बाघा-गाढ़ा से बेलीपार के बीच में उपलब्ध हैं. कम बजट में अच्छी ज़मीनें सोनौली रोड पर महेसरा पुल से आगे बालापर वाले रास्ते पर भी उपलब्ध हैं. परन्तु अन्य जगहों की तुलना में बालापार रोड पर अभी तक कोई भी डेवेलपर किसी कंपनी या बैनर के साथ काम नहीं कर रहा है. अगर आप खूब सोच समझकर और थोड़ी सी जांच-पड़ताल करने के बाद जगह का चुनाव करते हैं, संयम बरतते हुए कुछ वर्षों का इंतज़ार करते हैं तो यकीन मानिये, आप आज के दौर के बढ़ते हुए शहरीकरण की वजह से पाण्डेयजी की तरह ही, या हो सकता है पाण्डेयजी से भी ज्यादा अपने निवेश का रिटर्न पा सकते हैं.